सोचती हूं ब्लागिंग फ़िर से शुरु की जाए.....

ठाले बैठे कुछ भी कभी भी लिख जानें का ही तो नाम ब्लागिंग है, बिना किसी लाग लपेट के अपनी बात कह जानें का नाम ही तो ब्लागिंग है।

क्यों ठीक कहा न...

तो फ़िर हम भी ब्लागिंग करेंगे, फ़िर से....

1 comments:

शिवम् मिश्रा said...

शुभ काम मे देर कैसी ... हो जाओ शुरू ... जय हो !